शिक्षक और छात्र एक दूसरे के अभिनय अंग है एक के बिना दूसरे का अस्तित्व नहीं बिना गुरु के ज्ञान नहीं पाया जा सकता और जब छात्र ही नहीं मिलेगा तो गुरु किसे पढ़ायेगा या साझायेगा | भारत और अन्य देशों में समाज के निर्माण में शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सभ्य समाज के निर्माण में शिक्षक मजबूत स्तंभ होते हैं। यहां शिक्षक बनना गर्व की बात है, इसलिए कई माता-पिता बड़े होने पर अपने बच्चों को शिक्षक बनने की सलाह देते हैं। एक शिक्षक के रूप में करियर बनाकर, आप अपना सम्मान अर्जित कर सकते हैं और अच्छा वेतन कमा सकते हैं। समाज को हमेशा अच्छे शिक्षकों की जरूरत होती है। एक शिक्षक अपने माता-पिता की नजर में एक छात्र के जीवन में एक अलग स्थान रखता है। यदि शिक्षक अच्छे एवं नए तरीको से बच्चो को समझाकर पढ़ाते है तो बच्चे का मानसिक विकास बहुत अच्छे से और जल्दी हो सकता है
विशेष आभ्यासिक गुरु (Special Education Teacher) बनने के लिए आप जिस विषय मे रूचि रखते है या जिस विषय मे आपको अधिकाधिक ज्ञान हो जिस विषय से सम्बंदित आप हमेशा नए खोज करते रहते हो और उसमे सफल रहते हो उसी विषय को हमेशा अपनाना चाहिए |
कुछ जरुरी बाते
पहले अपने विषय का चुनाव करे
आपको उस विषय पर कितनी जानकरी है ये जाचे ?
ये विषय मे आपकी रूचि नहीं तो उसे बदल दे
जो विषय अपने चुनाव किया है उसी से सम्बंधित स्टूडेंट को शिक्षा दे
स्टूडेंट की छमता को जाचे तथा उसे अच्छे से रिसर्च करने कहे |
रिसर्च करके उसे अच्छे टॉपिक दे जिससे वह उन पर अच्छी तरह से शोध कर सके
आप यदि और अधिक जानकरी चाहते है तो कृपया कमेंट मे लिखिए इस लेख का ये सिर्फ सारांश है इस टॉपिक पर यदि पूरी किताब भी लिख दी जाये तो कम होगा | एक अच्छा शिक्षक अपने स्टूडेंट का जीवन बना देता है इसलिए अपने आप को मजबूत बनाते रहे पढ़ते रहे ,सीखते रहे और पढ़ाते रहे और सिखाते रहे |
0 Comments
Welcome in Blog